प्रेरणादायक कहानियां : डॉक्टर बनने की कहानी | Doctor Banane Ki Motivational Kahani in Hindi
Motivational Kahani in Hindi : एक छोटे से गाँव में एक छोटा सा लड़का रहता था, जिसका नाम विशाल था। जिसे अपने सपनों को पूरा करने के लिए कठिनाइयों का सामना करना पड़ा।
विशाल का जन्म एक छोटे से गाँव के एक गरीब परिवार में हुआ था। विशाल के पिता एक किराने की दुकान पर काम करते थे और विशाल की माँ घर की देखभाल करती थीं।
विशाल का एक सपना था, कि वह डॉक्टर बने। वह हमेशा से लोगो की मदद करना चाहता था, और गरीब लोगो की मदद करके उसके दर्द और उनकी बीमारियों को जड़ से ख़त्म करना चाहत था। लेकिन उसके पास ये सब पूरा करने के लिए पैसे नहीं थे।
विशाल को हॉस्टल में अपने दोस्तों के साथ समय बिताना सबसे अच्छा लगता था। वह अपने दोस्तों के साथ पढ़ाई करने की इच्छा रखता था, लेकिन उसके पास फीस तक के पैसे नहीं थे।
एक दिन उसके एक टीचर ने विशाल से पूछा। विशाल, तुम्हारा सपना क्या है, तुम क्या बनना चाहते हों?
विशाल ने जवाब दिया, सर मेरा सपना डॉक्टर बनकर लोगों की सेवा करना है, लेकिन मेरे पास इसके लिए पैसे नहीं हैं, इस लिए मैं अपने सपने को पूरा नहीं कर पा रहा हूँ।
टीचर ने मुस्कुराते हुए कहा, "विशाल, तुम पैसो की कमी होने के कारण, तुम ऐसे अपने सापको को नहीं भूल सकते हो। तुम्हे अपने सपनों को पूरा करने के लिए कड़ी मेहनत करनी होगी और हमेशा प्रयास करते रहना होगा।
यह सुनकर विशाल ने फैसला किया कि वह अपने सपने को पूरा करने के लिए कुछ भी करेगा।
विशाल ने अपनी पढ़ाई में कड़ी मेहनत करना शुरू कर दिया। वह हर दिन बहुत ही ख़ुशी से किताबें लेकर अपने दोस्तों के पास जाता था और साथ मिलकर पढ़ाई करता था। अपने टीचर की बातो को याद करके वह कड़ी मेहनत और संघर्ष को करता रहा।
विशाल ने अच्छे नम्बरों से परीक्षा पास की। लेकिन यह उसकी सफलता का पहला कदम था, क्योंकि अब वह डॉक्टर बनने के अपने सपने की ओर बढ़ रहा था।
विशाल ने बड़े उत्साह से मेडिकल कॉलेज की तैयारी की। वह हर दिन घंटों बैठकर पढ़ाई करता रहता था। उसके दोस्त आज भी उसके साथ थे और उसके दोस्तों ने उसके सपने को पूरा करने के लिए उसका साथ दिया।
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विशाल ने मेडिकल कॉलेज की प्रवेश परीक्षा में अच्छे अंक प्राप्त किये और ख़ुशी-ख़ुशी मेडिकल कॉलेज में प्रवेश लेकर अपनी पढ़ाई शुरू कर दी।
लेकिन मेडिकल कॉलेज की पढ़ाई भी कठिन थी. विशाल हर दिन लेक्चर्स अटेंड करने लगा। वह हमेशा सोचता था कि अगर वह कड़ी मेहनत करेगा तो उसका सपना सच होने से कोई नहीं रोक सकता।
कॉलेज का पहला साल था, जब विशाल को पता चला की उसे दिल की बिमारी हैं। जब विशाल ने डॉक्टर को दिखाया तो डॉक्टर ने कहा कि अब तुम्हे अपनी पढाई छोड़कर घर पर आराम करना चाहिए।
विशाल को इस समस्या का सामना करना कठिन लग रहा था, लेकिन वह हार नहीं मानना चाहता था। विशाल ने अपनी पढ़ाई जारी रखी।
विशाल ने अपने आप को एक उदाहरण बनाया और अपने जीवन को इसके लिए समर्पित कर दिया। उसका आत्मविश्वास और मेहनत उसे मेडिकल कॉलेज में ले गयी। उसने कॉलेज में टॉप किया और एक अच्छा डॉक्टर बन गया।
विशाल की सफलता ने अपने परिवार का जीवन बदल दिया। उसके माता-पिता को उस पर गर्व हुआ और उन्होंने उसके सपनों का साथ दिया।
विशाल ने अपना सपना तो पूरा कर लिया, लेकिन उसकी कहानी यहीं खत्म नहीं हुयी. डॉक्टर बनने के बाद भी विशाल गाँव की सेवा और गरीबों की मदद करता रहा। आज भी वह अपने सपनों को पूरा करने में लगा हुआ हैं और उसका उत्साह और कड़ी मेहनत हर किसी के लिए प्रेरणा बन चुकी हैं।
सीख: इस कहानी से हमें यह सीख मिलती है कि अपने सपनों को पूरा करने के लिए हमें कड़ी मेहनत करनी होगी और हमे संघर्स करने से पीछे नहीं हटना चहिये। कभी-कभी हमें जीवन अपने में बड़ी-बड़ी कठिनाइयों का सामना करना पड़ता है, लेकिन हमें कभी हार नहीं माननी चाहिए। हमे अपने सपनों को पूरा करने के लिए हमें आत्मविश्वास, कड़ी मेहनत और संघर्ष की जरूरत होती है। जब हम अपने सपनों के लिए ठान लेते हैं तो हम किसी भी कठिनाई का सामना कर सकते हैं और सफलता हासिल कर सकते हैं।